दिल्ली में कोचिंग सेंटर हादसा : बेसमेंट में बारिश का पानी भरने से हुई  छात्रों की मौत, स्टडी सेंटर की फायर एनओसी रद्द

Date:

 


रविवार को दिल्ली के राजेंद्र नगर के स्टडी सेंटर में हुए हादसे का एक सनसनीखेज वीडियो सामने आया है। सड़क पर चार फुट से ज्यादा पानी भरा हुआ था और  कुछ ठेले वाले और बाइक वाले वहां से निकल रहे थे। इस बीच हरे रंग की एक बड़ी एसयूवी गाड़ी तेजी से वहां से गुजरती है। इसकी वजह से पानी की लहर उठती है और स्टडी सेंटर का गेट गिर गया था । सड़क पर मौजूद पानी गेट के गिर जाने से किसी बांध के टूटने की तरह अंदर जाने लगा था। पूरे घटनाक्रम का  वीडियो स्टडी सेंटर के ठीक सामने एक दूसरे कोचिंग सेंटर से दूसरे छात्रों ने  बनाया है। इसमें पानी भरते वक़्त कुछ लोग अंदर की ओर जाते हुए दिख रहे हैं। इतनी तेजी से सब कुछ हो गया कि अंदर बेसमेंट में मौजूद छात्रों को बचने का मौका नहीं मिला। मौके पर मौजूद दमकल विभाग के एडीओ मनीष बचाव कार्य के दौरान बताया कि मेन रोड पर ज्यादातर कोचिंग सेंटर के मेन डोर को स्लाइडिंग का बनाया गया है। जब सड़क पर पानी भरता है तो इन दरवाजों से पानी रुक जाता है।

कोचिंग सेंटर सड़क से एक या डेढ़ फीट के ऊंचाई पर ही ज्यादातर मौजूद होते हैं। ऐसे में एसयूवी गाड़ी की गुजरने पर सेंटर का स्लाइडिंग डोर पानी की लहर को बर्दाश्त नहीं कर सका और गिर गया। इसके बाद राव आईएएस स्टडी सेंटर के छात्र वहां पानी भरने के वजह से फंस गए। इस हादसे में दो छात्राओं समेत तीन की दुखद मौत हो गई। अब स्टडी सेंटर में यह हादसे की असली वजहों का पता लगाने का प्रयास जारी है। 

मेन गेट टुटा और तेजी से बेसमेंट में घुसा पानी

दमकल विभाग के डिविजनल ऑफिसर मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि मेन गेट टूटते ही पानी तेजी से बेसमेंट में घुसा। इसके बाद पानी में करंट के डर से छात्र पैनिक हो गए और टेबल पर चढ़ गए। इस दौरान बेसमेंट में बहुत तेजी से पानी भरने लगा। छात्र बेसमेंट के अंदर अँधेरे में भटक गए।

लाइब्रेरी के अलग-अलग केबिन बेसमेंट में बने हुए थे। वहां फर्नीचर भी पानी में तैरने लगा था। ऐसे में अंधेरा और रास्ता न होने के कारण छात्र वहीं फंस गए। मनोज कुमार ने बताया कि हादसे में करीब 14 छात्रों को रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मामूली चोटें लगीं। उनको प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा लगभग रातभर ।

शुरुआत में दमकल कर्मियों ने दोनों छात्राओं का शव निकाला। इसके बाद जेएनयू के छात्र नेविन का शव करीब एक बजे पानी से बाहर निकाला गया। अधिकारियों के मुताबिक पांच मिनट के भीतर ही करीब 10-11 फीट गहरे बेसमेंट में पूरी तरह पानी भर चुका था। गंदा और काला पानी में गोता लगाने में भी दिक्कत हो रही थी। 

इस हादसे की विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार

रविवार को डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के शवगृह में दो छात्रों का पोस्टमार्टम हुआ और यह पता चला की राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर हादसे में जान गंवाने वाले छात्रों की मौत डूबने से हुई है। जबकि एक छात्र के पोस्टमार्टम सोमवार को हो सकता है क्योकि उनका परिजन उस वक़्त नहीं थे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ शुरुआती रिपोर्ट में दोनों छात्रों की मौत डूबने से बताई जा रही है।  बारिश का गंदा पानी उनके शरीर में भर गया था ऐसा कहा जा रहा है । हालांकि अभी विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार है मूल कारण का जानने के लिए । सूत्रों के मुताबिक़ रविवार को श्रेया और तान्या का पोस्टमार्टम कर शव को परिजनों को सौंप दिया गया। वहीं नेविन का शव सोमवार सुबह को पोस्टमार्टम के बाद परिवार को सौंप दिया। 

रद्द कर दी गयी है स्टडी सेंटर की फायर एनओसी

राव आईएएस की फायर एनओसी दिल्ली फायर सर्विस ने रद्द कर दिया है। जहा स्टडी सेंटर के बेसमेंट को स्टोर के लिए इस्तेमाल करना था, वहा स्टडी सेंटर के मालिक व संयोजक ने इसमें लाइब्रेरी के साथ साथ एक छोटा सा क्लास रूम भी बनाया हुआ था। दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग का कहना है उनकी ओर से फायर एनओसी दी गई थी इमारत की पूरी छानबीन के बाद । लेकिन स्टडी सेंटर के मालिक ने एनओसी नियमों का उल्लंघन करते हुए बेसमेंट में लाइब्रेरी बना दी और हादसा हुआ। हादसे के बाद फायर एनओसी को वापस लिया गया और कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

RG Kar Case : आज शाम 6 बजे डॉक्टरों से मिलेंगी ममता बनर्जी, आंदोलनकारियों ने ईमेल भेजकर मांगा समय

मृतकों का अंत बिस्तर पर अधिकारियों और सरकारी अधिकारियों...

Kolkata Blast : एसएन बनर्जी रोड पर भीषण विस्फोट, एक घायल; बम निरोधक दस्ता मौके पर मौजूद है

शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे कोलकाता के एसएन बनर्जी...